दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बाच गठबंधन नहीं हो पाया. सोमवार को 'आप' की तरफ से 6 सीटों पर नामांकन के बाद 'आप' ने सभी 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं. बीजेपी ने भी 6 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. कांग्रेस की तरफ से उत्तर पूर्वी दिल्ली से तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकीं शीला दीक्षित के उम्मीदवारी की घोषणा आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा सरप्राइज था. दिल्ली के महादंगल के लिए मोहरे बिछ गए हैं. सवाल है
क्या गठबंधन नहीं होने से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को नुकसान होगा? क्या 2014 जैसी मोदी लहर के बिना बीजेपी अपना प्रदर्शन दोहरा पाएगी?
इधर आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन होते होते भी नहीं हुआ. और अब भी कहा जा रहा है कि कोई ठीक नहीं कि आखिरी लम्हे में कोई फॉर्मूला निकल आए. दोनों पार्टियों को साथ लाने की कोशिश जो चल रही थी उसमें आप की तरफ से पार्टी के बड़े नेता और MP संजय सिंह आगे रहे.