मध्य प्रदेश के रीवा जिले की आशा कार्यकर्ता रंजना द्विवेदी भारत की अकेली ऐसी प्रतिनिधि हैं, जिन्हें यूएस के नेशनल पब्लिक रेडियो (एनपीआर) द्वारा दुनिया भर की 19 महिलाओं के अपने डाक्यूमेंट्री में दिखाया है, जिन्होंने अपनी चुनौतियों को साझा किया और बताया कि कैसे वे COVID महामारी पर काबू पा रहे हैं. मध्य प्रदेश के रीवा जिले में अपने गांव कौनी रुकौली से 20 किमी दूर गुरुगुड़ा बस्ती के लिए रंजना एकमात्र आशा कार्यकर्ता हैं. पिछले एक दशक से वह अपने घर से गुरुगुडा तक प्रतिदिन 20 किमी की यात्रा कर रही है, जिसमें एक नाव में शक्तिशाली तमस नदी को पार करना शामिल है. महामारी के दौरान भी उन्होंने इसे जारी रखा.