इस समय मध्य प्रदेश की राजनीति पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं. हाल ही में वहां सत्ताधारी कांग्रेस के कुछ विधायक जब अचानक गुरुग्राम पहुंचा दिए गए तो एकाएक सियासी भूचाल आ गया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी विधायकों की खरीद-फरोख्त कर कमलनाथ सरकार गिराना चाहती है. उस समय तो कुछ विधायक लौट आए लेकिन जब कांग्रेस के पुराने साथी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अचानक बीजेपी का दामन थामा तो कमलनाथ सरकार पर असल में संकट के बादल मंडराने लगे. बीजेपी की राज्य इकाई के नेता दावा करने लगे कि मौजूदा राज्य सरकार अल्पमत में है, लिहाजा बहुमत परीक्षण कराया जाए. सूबे के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीते शुक्रवार राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की थी. मुख्यमंत्री फ्लोर टेस्ट कराए जाने को लेकर राज्यपाल से मिले थे. अब राज्यपाल ने स्पीकर से कहा है कि सदन में सोमवार को बहुमत परीक्षण कराया जाए.