अमरनाथ यात्रियों पर हमले के बाद की राजनीति ऊपरी स्तर पर कहीं ज़्यादा परिपक्व और संभली हुई है, लेकिन दूसरे दर्जे के नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच इस घटना को लेकर प्रतिक्रियाएं सारी सीमाएं पार कर गई हैं. हम उस पर आयेंगे, लेकिन पहले घटना से जुड़े कुछ सवालों और पहलुओं पर नज़र डालना ज़रूरी है. बस ड्राइवर शेख सलीम गफूर भाई ने समझदारी न दिखाई होती तो आतंकवादी बस में सवार यात्रियों पर और कहर बरपा सकते थे. शेख सलीम गुजरात के वलसाड के राज अपार्टमेंट में रहते हैं और 8 साल से यात्रियों को लेकर अमरनाथ जा रहे हैं.