भ्रष्टाचार और अन्य मामलो में लिप्त 22 वरिष्ठ कर अधिकारियों को जबरन रिटायर कर दिया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है. इससे एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अखबार से कहा था कि कर विभाग में कुछ लोग ठीक नहीं है. ऐसा ही एक फैसला जून महीने में लिया गया था कि 27 हाई रैंक वाले भारतीय राजस्व अधिकारियों को जबरन रिटायर कर दिया गया था, इनमें केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के 12 अधिकारी शामिल थे. इनका भ्रष्टाचार मामले में नाम आने के बाद यह फैसला लिया गया था.