केरल में सार्वजनिक खेल के मैदानों की काफी कमी है. अधिकांश खेल के मैदान या तो राज्य के स्वामित्व में होते हैं या स्कूल परिसरों के अंदर. ऐसे में खेल के प्रति उत्साही लोगों के लिए उन्हें इस्तेमाल करना मुश्किल हो जाता है. नतीजतन सिंथेटिक टर्फ वाले निजी स्वामित्व वाले खेल के मैदानों में शौकिया और पेशेवर फुटबॉलर पहुंच रहे हैं. (वीडियो क्रेडिट: पीटीआई)