कर्नाटक में करीब एक लाख छात्रों ने निजी स्कूल छोड़ सरकारी विद्यालयों में प्रवेश लिया है. कोरोना काल में माली हालत बिगड़ने के बाद उनके परिवारों ने मजबूरी में ये निर्णय लिया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, कर्नाटक के कम खर्च वाले प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले करीब एक लाख छात्रों ने सरकारी स्कूलों का रुख किया है. उनके माता-पिता की आमदनी कम हुई है और वे फीस अदा नहीं कर पा रहे हैं.