बीते दिनों एशियाई खेलों में 41 साल बाद घुड़सवारी में गोल्ड मेडल जीतकर राजस्थान का नाम रोशन करने वाली दिव्यकीर्ती की कहानी बिल्कुल अलग है, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि हमारे देश में बेटियों से ज्यादा बेटों पर विश्वास किया जाता है. लेकिन पिता विक्रम सिंह ने यह भरोसा अपनी बेटी दिव्यकृर्ति पर जताया और इतिहास बन गया.