तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में पूर्व प्रधानमंत्री वी पी सिंह की प्रतिमा का अनावरण चौंकाने वाला है. क्योंकि वहां की राजनीति दशकों से हिंदी भाषा और भाषी के विरोध के इर्दगिर्द घूमती रही है. लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ कि द्रविड़ियन आंदोलन के नेताओं को वीपी सिंह की याद आ गई.