हर साल एक करोड़ रोजगार देने के महत्वाकांक्षी वादे को अमलीजामा पहनाने के लिए सन 2016 में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत हुई थी, लेकिन हालत ये है कि देश की राजधानी दिल्ली में ही कौशल विकास योजना से ट्रेनिंग करने वाले छात्र और ट्रेनिंग सेंटर के संचालक दोनों मंदी की मार झेल रहे हैं. इसी मंदी के चलते अकेले दिल्ली में ही पिछले दो साल में 258 प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना केंद्रो में सिर्फ 15 ही अब चल पा रहे हैं. पेश है रवीश रंजन शुक्ला की एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट.