आंगन में चहचहाने वाली चिड़िया यानी गौरैया तेजी से खत्म होती गई. इसकी बड़ी वजह हमारी रहन-सहन और परिवेश है. इसके साथ ही जब तेजी से जंगल खत्म होने लगे तो उनके रहने के स्थान भी खत्म होने लगे. इसी वजह से गौरैया भी हमारे बीच से लुप्त होते चले गए. हालात यहां तक पहुंचे कि उसके संरक्षण के लिए पूरी एक मुहिम चलाई गई. इसी मुहिम पर गौरैया संरक्षण दिवस भी मनाया जाता है, जो 20 मार्च को है. गौरैया के संरक्षण को लेकर कुछ लोगों ने गंभीरता से लिया, और काफी लोग गौरैया संरक्षण मुहिम में जुट गए.