झारखंड और छत्तीसगढ़ सीमा से सटे सोनभद्र के कनहर नदी पर 40 वर्षों से बन रहे कनहर सिंचाई परियोजना का प्रमुख बांध बनकर तैयार हो गया. इस साल बरसात का पानी बांध में रुक जाएगा लेकिन बांध के कारण विस्थापित हो रहे लोगों की समस्या बढ़ती जा रही है जो लोग मुआवजा पा चुके हैं वह तो अपना मकान बना रहे हैं लेकिन जो मुआवजे से वंचित हैं वह अपनी पुश्तैनी जमीनों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है प्रशासन 10 दिनों के अंदर डूब क्षेत्र खाली करने को कह रहा है नहीं हटने पर बुलडोजर मशीन लगाकर मकान गिरा देने की चेतावनी दे रहा है. पेश है सोनभद्र के डूब क्षेत्र से ग्राउंड रिपोर्ट.