पहलगाम का आतंकी हमला हर किसी के जहन में हैं। सोचिए क्या बीती होगी उस परिवार पर जिसने अपनी आँखों के सामने अपना बेटा खोया होगा, क्या बीती होगी उस लड़की पर जिसकी सिर्फ 7 दिन पहले शादी हुई हो और 7 दिन बाद उसका सुहाग उजड़ गया हो। ये कहानियां तो सबने देखी और सुनी लेकिन उन गरीबों का क्या जो कश्मीर में पर्यटकों के सहारे अपना जीवन जीते हैं। उन दुकानदारों का क्या जो चार पैसे कमा कर अपना घर चलाते हैं लेकिन एक हमले से उनकी जिंदगी तहस नहस हो गई। उनका धंधा अब थप पड़ा है....हमले के बाद से पहलगाम में सब कुछ बंद है और सड़कों पर प्रदर्शन चल रहे हैं।