साल भर पहले मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 25 किलोमीटर दूर बड़झिरी राज्य का पहला कैशलेस गांव बना. वित्त मंत्री जयंत मलैया ने इसे आज़ादी के बाद दूसरी लड़ाई बताया. लेकिन सालभर बाद गांव की तस्वीर जस की तस है. दुकानों में पीओएस मशीनें दुकानदारों ने महीनों पहले ही अंदर रख दी. गांव को बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने गोद लिया था. लेकिन गांव बिजली और इंटरनेट की तकलीफ़ों ने महीनों पहले ही अंदर रख दी.