माओवादियों से सहानुभूति रखने के आरोप में गिरफ्तार पांच लोगों को सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल उनके घरों में ही नजरबंद रखने को कहा है. सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई छह सितंबर को रखी है और तब तक ये सभी अपने घरों में ही नजर बंद रहेंगे. मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में तीन जजों की बेंच ने पांचों की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र सरकार से जवाब भी मांगा है. पुणे पुलिस ने कल देश भर में अलग-अलग जगहों पर छापे मार कर इन पांचों को गिरफ्तार किया था. सुधा भारद्वाज, गौतम नवलखा, वरवरा राव, अरुण फरेरा और वर्नोन गोंजाल्विज को कल गिरफ्तार किया गया था. सुनवाई के समय जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि असहमित लोकतंत्र का सेफ्टी वॉल्व है.