‘लखनऊ थप्पड़ कांड’ के कैब ड्राइवर सआदत अली सिद्दीकी ने NDTV से बात करते हुए कहा कि, 30 जुलाई की रात को मैं कृष्णा नगर थाने से अपने घर जा रहा था. आलम बाग नहरिया चौराहे पर ग्रीन सिग्नल था. ये महिला राइट साइड से रोड क्रॉस कर रही थीं. आपने वीडियो में देखा होगा कि ये महिला शुरू में एक गाड़ी से बचीं, फिर दूसरी गाड़ी से बचीं, जब रेड सिग्नल हो गया, तो मैंने अपनी गाड़ी जेब्रा क्रॉसिंग से पहले रोक दी. उसके बाद जब ये राइट से आईं और ये आगे चली गईं थोड़ा. फिर वापिस आईं और कहने लगी कि मुझे मारना चाहता है? फिर से मेरे से 600 रुपये छीनें. फिर इन्हीं ने मेरा मोबाइल तोड़ा. इस बीच मैं मैडम से यही कहता रहा मैडम मेरी क्या खता है? मेरी क्या गलती है बोलिये? मैं यही सब चिल्ला रहा था और ये मुझे मार रही थीं.”