अवधि में एक कहावत है सखी सईया तो खूबई कमात है महंगाई डायन खाय जात है. बिल्कुल वही हो रहा है. क्योंकि महंगाई बढ़ गई है. एक तरफ तो कमाई पूरी करने की कोशिश कर रहे हैं,वो भी कम हो गई. कमाई भी कम हो गई और खर्चा और भी ज्यादा बढ़ गया है. इस कदर बढ़ गया कि पेट्रो