इसमें तो कोई दो राय नहीं है कि कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है, एक तेज घुमाव की जरूरत है. एक निर्णायक मोड़ की जरूरत है. क्योंकि इस तरीके से आप नहीं लड़ सकते हैं, जिसमें आप अपना अध्यक्ष ही नहीं चुन पा रहे हैं. इतने समय से ये तय नहीं है कि पार्टी लीड कौन करेगा? कैसे करेगा?. इतने दिनों से आपके पास वर्किंग प्रेसिडेंट हैं. इतना ही नहीं विपक्ष की भूमिका पर भी सवाल उठते हैं..