वाराणसी के मिसिरपुर गांव को बहुत धूमधाम से 21 दिसंबर को कैशलेस घोषित किया गया, सबके एटीएम कार्ड बने, दुकानदार को स्वाइप मशीन दी गई, सबको कैशलेस लेनदेन सिखाया गया. मगर 11 महीने में ये पूरी मुहिम दम तोड़ चुकी है. नोटबंदी के एक साल पूरा होने पर एनडीटीवी इंडिया की एक टीम ने जायज़ा लिया इस कैशलेस गांव का.