उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक दिव्यांग महिला ने इल्जाम लगाया है कि उन्हें स्थानीय पुलिस को अपनी गुमशुदा नाबालिग बच्ची को ढूंढने के लिए 10 से 15 हजार रुपये देने पड़े हैं. वो इसलिए ताकि पुलिस अपनी गाड़ियों में डीजल भरकर के उनकी बेटी को ढूंढने जा सके. महिला का दावा है कि बच्ची को उन्हीं के किसी रिश्तेदार ने अगवा किया है. मामले की जांच हुई तो महिला की शिकायत को प्रथम दृष्टया सच पाया गया. कानपुर पुलिस ने ट्वीट किया है कि एक पुलिस कर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है.