बेहतर है सब समय रहते हेडलाइन का खेल समझ जाएं, वर्ना इस हेडलाइन के पीछे की डेडलाइन सबके लिए खतरनाक साबित होगी. मान लीजिए आपके 100 रुपये में से 20 परसेंट डूब गए. एक साल बाद इस बाकी बचे 80 रुपए का 20 या 21 परसेंट वापस आ गया तो क्या इसे लाभ कह सकते हैं? जितना डूबा था उतना भी तो वापस नहीं आया.