एक कहावत है कि दाने-दाने पर लिखा है खाने वाले का नाम, लेकिन यहां तो दान पर लिखा गरीब का नाम मिटा के लुटेरों ने अपना नाम लिख लिया. कोटेदार ने तकनीकि ऑपरेटरों से मिलकर डेटाबेस से गरीब आदमी का आधार एडिट कर फर्जी आधार लगा दिया, फिर फर्जी आधार से उसके नाम का आनाज निकाल लिया. इसके बाद फिर असली आदमी का आधार फीड कर दिया गया.