कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज मुस्लिम बुद्धिजीवियों और उदारवादियों के एक समूह से चाय पर चर्चा की है. यह एक दिलचस्प घटनाक्रम है, क्योंकि हाल ही में कांग्रेस और मुसलमानों के रिश्तों को लेकर खासी टीका टिप्पणियां हुई हैं. खासतौर से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के बयान के बाद कई सवाल उठे. इंडिया टुडे के एक कार्यक्रम में सोनिया गांधी ने कहा था कि बीजेपी ने लोगों को यह भरोसा दिला दिया कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है. इसके बाद कांग्रेस को हाशिए पर धकेल दिया गया. उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी में अधिकांश हिंन्दू हैं. कुछ मुसलमान भी हैं. इसीलिए उन्हें यह समझ में नहीं आया कि कांग्रेस पर मुस्लिम पार्टी होने का ठप्पा क्यों लगा दिया गया.