अब इसे संयोग कहिए या फिर प्रयोग.. राहुल गांधी और अखिलेश यादव एक ही लाईन पर हैं. सीटों के बँटवारे पर न तो यूपी में बात बनी और न ही महाराष्ट्र में. लेकिन बीजेपी के खिलाफ दोनों 90 बनाम 10 की रणनीति पर काम कर रहे हैं. जब राहुल नागपुर में इस मुद्दे को उठा रहे थे. ठीक उसी समय लखनऊ में अखिलेश यादव अपने नेताओं संग बैठक कर रहे थे. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने योगी आदित्यनाथ के बंटेंगे तो कटेंगे के जवाब में इसे अपना मंत्र बना लिया है. पूरा मामला कुल मिलाकर धर्म बनाम ज़ाति के लड़ाई की है. यूपी में विेधानसभा चुनाव अभी दो साल दूर है पर राहुल और अखिलेश ने अपना साझा एजेंडा तय कर लिया है. यूपी के पिछले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का 85 बनाम 15 का नारा फेल रहा था. पर क्या अब 90 बनाम 10 का फ़ार्मूला चल जाएगा