मारुति स्विफ़्ट जैसी कारों का जिस सेगमेंट पर एकाधिकार रहा है, वहां पर बाक़ी कारों के लिए पांव जमाना हमेशा से मुश्किल रहा है। फ़ोर्ड के पिछले अवतार ने कुछ कमाल तो किया था, लेकिन फिर पुरानी भी पड़ गई थी। अब सवाल ये है कि क्या फ़ोर्ड ने नई फ़ीगो को इतना तैयार किया है कि इस मुश्किल सेगमेंट में कोई नया कमाल कर पाए।