पुणे में नये साल पर शुरू हुई हिंसा के बाद तनाव पसरा हुआ है. इस हिंसा की लपटें अब महाराष्ट्र के दूसरे शहरों को भी झुलसाने लगी हैं. दरअसल ये दो समुदाय की लड़ाई है जो 200 साल पुराने एक मुद्दे को लेकर आज महाराष्ट्र के शहरों की सड़कों पर लड़ी जा रही है. अंग्रेज़ों की ईस्ट इंडिया कंपनी और पेश्वाओं के बीच हुई भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं सालगिरह कल मनाई जा रही थी. इस मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मराठा और दलितों के बीच टकराव हो गया जिसमें एक शख्स की मौत हो गई.