अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हो रही हिंसा के विरोध में दिल्ली के संसद मार्ग पर नफ़रत के ख़िलाफ़ नाम से एक मोर्चा निकाला गया. ये मोर्चा ख़ासतौर पर राजस्थान के राजसमंद में अफ़राज़ुल की बेरहमी से मारकर ज़िंदा जलाने को लेकर था. इस प्रदर्शन में न तो किसी संस्था का बैनर था और न ही कोई राजनेता.