एक तरफ़ रेल मंत्री पीयूष गोयल रफ़ाल डील को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं, लेकिन उनके मंत्रालय में पिछले 2 महीनों से लोको पायलट का एक फ़ाइल रुका हुआ है. इसमें टीए के इज़ाफ़े से लेकर कई दूसरी सुविधाओं की बात है. इसके विरोध में 12 अक्तूबर को दिल्ली में ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के प्रदर्शन में सभी रेलवे जोनो से सहायक लोको पायलट, लोको पायलट और गार्डों ने हजारों की संख्या में हिस्सा लिया. रनिंग अलाउंस के फिर से तय किए जाने में बेवजह देरी, सहायक लोगो पायलट को अतिरिक्त भत्ते का भुगतान नहीं किये जाने और उनके ग्रेड पे का अपग्रेड नहीं किया जाना, इंजन कैब और गार्ड ब्रेकवैन में बुनियादी सुविधाओं की कमी, ज्यादा और लगातार 10-12 घंटे की ड्यूटी से तनाव, महिला सहायक लोको पायलट, और लोको पायलट एवं गार्ड के लिए रनिंग रुम में अलग से बाथरुम की व्यवस्था न किए जाने जैसी मांगो को लेकर है.