जिस ऐलान का दशकों से इंतजार रहा वो खुद भाई राहुल गांधी ने किया, वो भी बकायदा एक अहम ज़िम्मेदारी के साथ. प्रियंका को महासचिव नियुक्त करते हुए पूर्वी यूपी का प्रभारी बनाया गया. एक तो खुद प्रियंका करिश्माई शख्सियत हैं जिसमें लोग दादी इंदिरा की झलक देखते हैं और ऊपर से पूर्वी यूपी का इलाका जो परंपरागत तरीके से उत्तर भारत की राजनीतिक धुरी रहा है. शायद यही वजह है कि प्रियंका की एंट्री पर हर तरफ हलचल हुई, कहीं उम्मीद दिखी तो कहीं आशंकाएं.