कोरोना महामारी के दौरान सरकारी एम्बुलेंस मिल नहीं रही हैं. ऐसे में प्राइवेट एम्बुलेंस मनमानी पर उतारू हैं. 15 से 20 किलोमीटर के लिए आरोप है कि 20 हज़ार रुपये तक वसूले जा रहे हैं. ऐसें में जब किसी मरीज़ की मौत हो जाती है तो उनके रिश्तेदार आपा खो बैठते हैं. बेलगावी में एक एम्बुलेंस को इसी वजह से आग के हवाले कर दिया गया.