जिसे शोक न हो वो अशोक है लेकिन जिस तरह से अशोक को लेकर राजनीति हो रही है उससे उन लोगों को शोक तो होना ही चाहिए जो ऐतिहासिक पुरुषों को जाति के खांचे में देखने के आदी नहीं रहे हैं। अशोक के बारे में खोज की लंबी यात्रा में उनके दिखने का कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं मिला है फिर भी ऐसा नहीं है कि वे हमें नहीं दिखते हैं।