एक ऐसे समय में जब देश की अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक गिरावट आई है. कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से करोड़ों लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं. बेरोजगारी अपने चरम पर है. ऐसे में कृषि सुधार बिलों के बाद सरकार ने श्रम विधेयक भी संसद में पारित करा लिए हैं. जिन्हें लेकर मजदूरों से लेकर कामगारों के मन में असुरक्षा बढ़ गई है. विपक्ष की गैरमौजूदगी में सरकार ने 15 बिल पारित करा लिए.