21 जून को कर्नाटक की विधानसभा ने दो संपादकों को एक साल के लिए जेल भेजने का आदेश दे दिया. 2014 में कांग्रेस के दो और बीजेपी के एक विधायक ने दो पत्रिकाओं के संपादकों के ख़िलाफ़ मानहानि करने के लिए लेख छापने का मामला उठाया. उस वक्त के स्पीकर ने मामले को विशेषाधिकार समिति में भेज दिया, उस समिति ने अपना प्रस्ताव दिया और मौजूदा स्पीकर ने, जो उन तीन शिकायतकर्ताओं में शामिल थे, इन पत्रकारों को जेल भेजने का आदेश दे दिया.