दुनिया देखती रही और तालिबान ने अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है. ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान की मदद से तालिबान की बढ़ती हुई ताकत को लेकर कोई शक रहा हो लेकिन जिस तेजी से बीते 8 से 10 दिनों में तालिबान ने अफगानिस्तान के सभी प्रमुख प्रांतो पर एक के बाद एक कब्जा किया. उस तेजी का अंदाजा लगाने में पूरी दुनिया के बड़े-बड़े देश चुक गये. यही वजह है कि उन देशों के राजनयिक, उनके परिवार और उनके साथ काम करने वाले अफगानी लोग जहां-तहां फंसे हैं. अमेरिकी सेना ने 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से पूरी तरह से वापसी की समय सीमा रखी थी.