दिल्ली चुनाव में सूट मुद्दा बन गया। अंतर्राष्ट्रीय प्रेस में भी इसकी चर्चा हुई। 10 फरवरी के बाद से सार्वजनिक मंचों पर प्रधानमंत्री के पहनावों को देखें, तो उनमें एक किस्म की सादगी है। अगर वे इस बारे में कोई सुधार कर रहे हैं, तो क्या उन्हें इसका मौका नहीं मिलना चाहिए...