कांग्रेस के हितैषी रहे कई लोग अब कांग्रेस के खिलाफ खड़े नजर आ रहे हैं. प्रशांत किशोर ने आज एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस जिस विचार और जगह का प्रतिनिधित्व करती है वो एक मजबूत के लिए अहम है, लेकिन कांग्रेस का नेतृत्व एक दैवीय व्यक्ति का ही हक नहीं है. खासकर तब जब पार्टी पिछले 10 सालों में अपने 90 फीसद चुनाव हार चुकी है. विपक्ष के नेतृत्व का चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से होने दें.