सुप्रीम कोर्ट ने कहा, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी दुर्भाग्यपूर्ण : प्रशांत भूषण

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  • प्रकाशित: अगस्त 29, 2018
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण कहा कि कल पूरे देश में कई शहरों से पांच बहुत ही अहम मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया. वे लोग 20-25 साल से मानवाधिकार के काम करते रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार और भारत सरकार को नोटिस जारी किया और यह आदेश दिया कि जिन पांच लोगों को पुलिस ने अरेस्ट किया उन्हें अपने घर में ही रखा जाए. सुनवाई के दौरान जस्टिस चंद्रचूड़ ने खासकर यह कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्य कि बात है कि ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है. ये लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक चीज है.

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