नागपुर में आरएसएस के मुख्यालय में प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रवाद की क्लास ली. आरएसएस के नए प्रशिक्षुओं के सामने राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर सीधे-सीधे कई सीखें दीं. याद दिलाया कि यह देश सदियों पुराना है, अलग-अलग समय में अलग-अलग सैलानी और हमलावर यहां आते रहे, लेकिन वो यहीं के हो कर रह गए. पूर्व राष्ट्रपति ने सीधे-सीधे आरएसएस के राष्ट्रवाद पर ही सवाल खड़े किए. कहा कि धर्म और क्षेत्र के आधार पर राष्ट्र की पहचान नहीं हो सकती. ये भी कहा कि नफ़रत और असहनशीलता दरअसल राष्ट्रवाद को कमज़ोर करती है. उन्होंने कहा कि हमारे समाज में हर तरह की हिंसा बढ़ी है, जबकि किसी लोकतंत्र में सबकी साझेदारी तभी संभव है, जब समाज अहिंसक हो.