ताड़ के पेड़ों से निकलने वाले नशीले पदार्थ ताड़ी के ऊपर बिहार में राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि अब नीरा की ही बिक्री होगी, ताड़ी की नहीं। दरअसल सुबह-सुबह ताड़ के पेड़ का जो रस होता है, उसे नीरा कहते हैं और इसमें नशा नहीं होता, लेकिन नीरा को अगर धूप में रखा जाए तो वो नशीली हो जाती है। हालांकि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि नीतीश सरकार पासी समाज की रोज़ी-रोटी छीन रही है।