कश्मीर विवाद को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो बयान दिया है उसे लेकर राजनीति से लेकर कूटनीति तक के हलकों में बवाल मचा हुआ है. अमेरिकी राष्ट्रपति क्या कूटनीति की बारीकियां नहीं जानते जो उन्होंने ऐसा बयान दे दिया या फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के साथ मुलाक़ात से पहले उन्हें अमेरिकी विदेश विभाग ने ठीक से ब्रीफ़ नहीं किया. दरअसल सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मुलाक़ात के दौरान ट्रंप ने कह दिया कि दो हफ़्ते पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश की थी. ज़ाहिर है ट्रंप के इस बयान पर हंगामा होना ही था. भारत में तुरंत प्रधानमंत्री मोदी पर सवाल खड़े होने लगे कि क्या उन्होंने वाकई ट्रंप से मध्यस्थता की वो बात कही जो कश्मीर विवाद को लेकर भारत के स्थापित सिद्धांत से बिलकुल उलट है.