यशवंत सिन्हा ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि पूरा स्टेज मेरे पास रहे और दूर- दूर तक कोई नजर न आए. साथ ही उन्होंने आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उस वक्त की इमरजेंसी घोषित इमरजेंसी थी, संविधान में इमरजेंसी का प्रावधान था. आज के दिन अघोषित इमरजेंसी है और उससे कहीं ज्यादा खराब इमरजेंसी है.