भाई- भतीजावाद, परिवारवाद की जब मैं बात करता हूं तो लोगों को लगता है मैं सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र की बात करता हूं. जी नहीं, दुर्भाग्य से राजनीतिक क्षेत्र कि उस बुराई ने हिंदुस्तान की हर संस्थाओं में परिवारवाद को पोषित कर दिया है. आज इससे लड़ने की जरूरत है.