जोशीमठ को भूस्खलन और धंसाव क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद राहत और बचाव के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. यहां हर दिन घरों की दरारें चौड़ी हो रही हैं. लोग यहां दहशत में जीवन जीने को मजबूर हैं.