FATF (वित्तीय कार्रवाई कार्यबल) अगर पाकिस्तान को फिर से ग्रे लिस्ट में डालता है, तो इसके आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भारी असर पड़ेगा। दुनिया भर में यह संदेश जाएगा कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है, जिससे उसे विदेशी निवेश, ऋण और आर्थिक सहायता मिलना मुश्किल हो जाएगा