कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि मणिपुर चुनाव के बाद कांग्रेस की सबसे ज्यादा सीटें होने के बाद भी किसी और को शपथ दिला दी गई. सिब्बल ने कहा कि ये लोकतंत्र की नई परिभाषा है. आज की तारीफ में हाइकोर्ट सुप्रीम कोर्ट के फैसले को किनारे रख देते हैं. जब हाइकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं मानना तो वकील के बहस करने का सवाल ही क्या है? कानून के रक्षक कानून को नहीं मानेंगे तो वकालत करने का फायदा क्या है ? संस्थाओं पर कब्जा किया जा रहा है, विरोध करने पर एजेंसी पीछे लगा दी जाती है.