राजस्थान की एक आशा कार्यकर्ता निशा चौबीसा, बनेगा स्वस्थ भारत के तहत स्वतंत्रता दिवस विशेष कार्यक्रम - भारत की 'आशा' में शामिल हुईं. इस दौरान उन्होंने इस बारे में बात की कि कैसे उनके गांव में सासों को अपनी बहुओं के गर्भावस्था के दौरान मेडिकल साइंस की तुलना अंधविश्वासी प्रथाओं में अधिक विश्वास था. निशा का कहना है कि उन्होंने सास-ससुर को ट्रेनिंग देकर इस मुद्दे पर चर्चा किया कि कैसे केवल एक स्वस्थ मां ही एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती है. साथ ही उन्हें प्री-नेटेल देखभाल के लिए आंगनवाड़ी केंद्र जाने के लिए भी प्रोत्साहित किया.