कभी Uttar Pradesh में था दबदबा, आखिर कैसे हुआ BSP का सफाया?

लोकसभा चुनाव में शून्य अंक हासिल करने के बाद बहुजन समाज पार्टी(BSP0 की अध्यक्ष मायावती(Mayawati) ने आज कहा कि पार्टी द्वारा चुनाव में 'उचित प्रतिनिधित्व' देने के बावजूद मुस्लिम समुदाय बसपा को नहीं समझ पा रहा है। उन्होंने कहा, आगे चलकर पार्टी काफी सोच-विचार के बाद ही समुदाय को चुनावी मौका देगी।2014 के लोकसभा चुनाव में भी बसपा अपना खाता खोलने में नाकाम रही थी. हालाँकि, उसे 2019 में 10 सीटें मिलीं, जो उसने समाजवादी पार्टी(SP) के साथ गठबंधन में लड़ी थीं।

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