NDTV से बात करते हुए डॉ कफील खान ने कहा, “सबसे पहले मैं आपको बता दूं कि रहस्यमयी बीमारी जैसी कोई चीज नहीं होती है. आपको प्रोविजनल डाइग्नोसिस बनानी होती है. उसके बाद आप बच्चों को ट्रीट करते हैं. अगर ये डेंगू या मलेरिया है, तो बच्चों की इतनी तादाद में मौत हमारे लिए शर्मनाक है.”