बिहार की सियासी उठापटक को लेकर अब यह आम राय बनती जा रही है कि नीतीश कुमार ने 2024 को ध्यान में रखते हुए ही बीजेपी से रिश्ता तोड़ा है. आज आरजेडी के समर्थन से शपथ लेने के तुरंत बाद उन्होंने यह कहते हुए पीएम मोदी को सीधे चुनौती दे दी कि 2014 में जीतने वाले 2024 में नहीं रहेंगे. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि नीतीश कुमार की 2024 में विपक्ष का साझा उम्मीदवार बनने की चाह?