सरकार के नोटबंदी के एलान के बाद 9 नवंबर से लेकर 12 दिसंबर तक देशभर के टोल नाकों पर टोल वसूली नहीं हुई थी जिसके कारण निजी टोल ऑपरेटरों को काफी नुकसान उठानान पड़ा. अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने नुकसान की भरपाई के तौर पर प्राइवेट टोल ऑपरेटरों को 922 करोड़ के भुगतान का फैसला किया है.